भीलवाड़ा. भीलवाड़ा में बेटी से दरिंदगी का दर्द एक पीड़ित पिता झेल नहीं पाया और सोमवार को बेटी की जलती चिता में ही कूद गया. जलती चिता पर कूदने की वजह से वह घायल हो गया है. लोगों ने उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है. राजकीय महात्मा गांधी अस्पताल के निदेशक डॉ. अरुण गौड़ ने बताया कि उनकी हालत अब खतरे से बाहर है. इस जघन्य मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
04 अगस्त को भीलवाड़ा के एक गांव में लड़की का आधा जला हुआ शरीर मिला था. इस मामले में खुलासा हुआ कि नाबालिग लड़की के साथ दरिंदगी करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी. आरोपियों ने उसके शरीर के कुछ भाग को भट्टी में जला दिया था. सबूतों को नष्ट करने के लिए शरीर के अन्य हिस्सों को पास के तालाब में फेंक दिया था. भीलवाड़ा एसपी का कहना है कि हम फास्ट-ट्रैक कोर्ट के माध्यम से सभी आरोपियों के लिए मौत की सजा सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे. इस अपराध में 10 आरोपी शामिल थे, जिनमें 6 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल थीं.
बच्ची से गैंगरेप और हत्या मामले में लापरवाही के लिए संबंधित थाने के एक एएसआई को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, इस मामले में भीलवाड़ा एसपी का कहना है कि यह जघन्य अपराध है. प्रयास किया जा रहा है कि आरोपियों को मौत की सजा दिलाई जाए.