इंदौर. गुरुवार ६ जुलाई को इंदौर के बड़ीयाकीमा गाँव में एक आदिवासी घर पर तीन मजदूर काम करने आए थे. इन मजदूरों के नाम अरमान, रईस, रईस थे. ये मजदूर सरिया काटने आए थे, जब इन्होंने देखा कि लड़की घर पर अकेली है तो उसे किसी तरह से छत पर ले गए और तीनों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया.
लड़की की उम्र महज 12 वर्ष बताई जा रही है, लड़की आदिवासी समुदाय से है और तीनों आरोपी मुस्लिम हैं. पुलिस ने घटना की सूचना मिलने पर मामला दर्ज कर लिया है. तीनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है.
आज सुबह इंदौर कलेक्टर इलय्या टी. राजा के निर्देश पर आरोपी अरमान द्वारा किया गया अतिक्रमण ढहाया गया.
“नहीं आए जय भीम- जय मीम के झंडाबरदार”
सीधी में आदिवासी युवक के साथ हुई अमानवीय घटना पर जिन संगठनों और व्यक्तियों ने हिन्दुओं के ग्रन्थ – शास्त्रों – परम्पराओं को खूब गलियां दी थीं, उनमें से कोई भी संगठन या उनके प्रतिनिधि कोई भी इंदौर में नाबालिग आदिवासी लड़की के साथ मुस्लिमों द्वारा किये गैंगरेप पर न्याय की मांग करने को नहीं आए.
वहीं, विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ता सम्बन्धित खुडेल पुलिस थाने पर एकत्रित होकर अन्य दो आरोपियों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.