अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बने भव्य दिव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद उनके दर्शन के लिए रामभक्तों के आने का क्रम निरंतर जारी है. रामलला का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो, इसलिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक व्यवस्था में सहयोग कर रहे हैं. संघ के स्वयंसेवक मंदिर परिसर के अन्दर प्रसाद वितरण व पादुका सेवा में जुटे हैं. प्रशासन का सहयोग करने के साथ-साथ लॉकर की भी व्यवस्था स्वयंसेवक संभाल रहे हैं.
मंदिर परिसर में सेवा देने के लिए अयोध्या के आसपास के जनपदों के प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं को लगाया गया है. मंगलवार को बस्ती विभाग के कार्यकर्ताओें को बुलाया गया था. गुरुवार को गोण्डा व नंदिनीनगर के कार्यकर्ता अयोध्या पहुंचे. अभी गोण्डा व बस्ती विभाग के कार्यकर्ता सेवा में लगे हैं. सेवा में लगे कार्यकर्ताओं के भोजन व ठहरने की व्यवस्था कनक भवन और वेद मंदिर में की गयी है.
विश्व हिन्दू परिषद के प्रवक्ता अशोक तिवारी ने बताया कि प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद अचानक इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच जाएंगे, इसकी कल्पना न तो ट्रस्ट के पदाधिकारियों को थी और न ही शासन प्रसासन को. प्राण प्रतिष्ठा के दिन तो संघ के स्वयंसेवकों के जिम्मे व्यवस्था थी. कार्यक्रम सकुशल सम्पन्न भी हो गया. वहीं दूसरे दिन पांच लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए उमड़ पड़े.
अशोक तिवारी ने कहा कि राम जी के प्रति श्रद्धा का ही यह परिणाम है कि प्रशासन द्वारा रोक लगाने के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आ गये. श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने दर्शन की अवधि बढ़ा दी है. अब प्रातः सात बजे से रात 10 बजे तक रामलला के दर्शन होंगे. गुरुवार से मंदिर परिसर में मोबाइल ले जाने पर रोक लगा दी गयी है.