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श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव – 5 लाख गांवों तक तक पूजित अक्षत के माध्यम से निमंत्रण - ବିଶ୍ୱ ସମ୍ବାଦ କେନ୍ଦ୍ର ଓଡିଶା

श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव – 5 लाख गांवों तक तक पूजित अक्षत के माध्यम से निमंत्रण

अयोध्या. श्री राम जन्मभूमि मंदिर में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के बाल स्वरूप की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के समय अयोध्या ही नहीं देश के 5 लाख गांवों में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान के साथ ही जय श्री राम का उद्घोष गूंजेगा. सूर्यास्त के पश्चात देश भर के करोड़ों घर दीपमालिका से जगमग हो उठेंगे.

संपूर्ण देश में प्राण प्रतिष्ठा और उससे जुड़े कार्यक्रमों की व्यापकता स्थापित करने के लिए 05 नवंबर को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने पूजित अक्षत कलश वितरण कार्यक्रम के माध्यम से 100 की संख्या में पूजित कलश का वितरण किया. इसमें 45 संगठनात्मक प्रांत प्रमुख शामिल रहे, कलश धारक प्रदेश स्तर पर इस आशय का मंथन करेंगे कि उनके प्रदेश में कितने जनपद हैं और हर जनपद को कितना अक्षत वितरित किया जाना है. तदनुसार अक्षत जिलों में पहुंचेगा, जिसे 31 दिसंबर तक अवश्य किया जाना है और फिर 1 से 15 जनवरी तक जिला प्रभारी मूल्यांकन के बाद घर-घर अक्षत पहुंचाकर श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को आनंदोत्सव के रूप में मनाने का आग्रह करेगा.

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि गांव-गांव होने वाले आनंद उत्सव में लोग मंदिरों में एकत्र हों, टीवी के माध्यम से दूरदर्शन से प्रसारित होने वाले प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को देखें. जिस भगवान की मूर्ति स्थापित हो, उनकी आराधना करें और अपने-अपने ढंग से पूजा अर्चना करें, साथ ही मंगल ध्वनि से देवता को जागृत करें.

अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उपस्थित रहेंगे. इसके अतिरिक्त 4 हजार प्रमुख संत और ढाई हजार के करीब देश के विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाने वाले विशिष्टजन उपस्थित रहेंगे. पूजित कलश और अक्षत ले जाने वालों में केरल, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार और सिक्किम के प्रांत प्रमुख भी शामिल हैं.

प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव संपन्न होने के बाद देश के अलग-अलग प्रांत को अलग-अलग तिथियां दी जाएंगी और वे संबंधित तिथि पर अयोध्या आकर रामलला के दर्शन कर सकेंगे. इससे पहले प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दिन अयोध्या के सभी संत और धर्माचार्यों के लिए रामलला के दर्शन करने की व्यवस्था की जा रही है और दूसरे दिन अयोध्या और उसके आसपास के लोग रामलला के दर्शन कर सकेंगे.

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