लद्दाख. सीमा सड़क संगठन लद्दाख के न्योमा में विश्व के सबसे ऊंचे लड़ाकू हवाई क्षेत्र का निर्माण करेगा. भारत के इस फैसले से चीन की नींद उड़ना तय है.
इस परियोजना का शिलान्यास रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 12 सितंबर को जम्मू संभाग के देवक ब्रिज से करेंगे. जम्मू कश्मीर में बिश्नाह कौलपुर फूलपुर रोड पर देवक ब्रिज पर BRO द्वारा आयोजित एक समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 22 सड़कों, 63 पुलों, अरुणाचल प्रदेश में नेचिपु सुरंग, पश्चिम बंगाल में 2 एयरफील्ड और 2 हेलीपैड का उद्घाटन करेंगे.
सीमा सड़क संगठन लद्दाख के न्योमा क्षेत्र में दुनिया के सबसे ऊंची फाइटर एयरफील्ड का निर्माण करेगा. LAC पर चीन से लगातार चल रही तनातनी के बीच रक्षा मंत्रालय के फैसले को काफी अहम माना जा रहा है. सीमा सड़क संगठन की ओर से पूर्वी लद्दाख में महत्वपूर्ण न्योमा बेल्ट में एक नए एयरफील्ड के निर्माण में कुल 218 करोड़ रुपये की लागत आएगी. चीन को सीमा पर कड़ी टक्कर देने के लिहाज से इस एयरफील्ड के निर्माण को काफी अहम कदम माना जा रहा है.
सीमा सड़क संगठन के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने इससे पहले अपने एक बयान में चीन का जिक्र करते हुए कहा था कि भारत अगले 2 से 3 वर्षों में चीन को काफी हद तक पीछे छोड़ देगा. उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार सरकार वास्तविक नियंत्रण रेखा के 3,488 किलोमीटर के क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रही है. सीमा पर 11,000 करोड़ रुपये की 295 परियोजनाएं पूरी की गई हैं.