नई दिल्ली. बर्लिन में विश्व तीरंदाजी चैम्पियनशिप में भारतीय महिला कम्पाउंड टीम ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया. ज्योति सुरेखा वेन्नम, परनीत कौर और अदिति गोपीचंद स्वामी की तिकड़ी ने पहला स्थान हासिल किया. यह किसी भी वर्ग में तीरंदाजी विश्व चैंपियनशिप में भारत का पहला स्वर्ण पदक है. भारतीय टीम ने फाइनल में मैक्सिको की टीम को 229 के मुकाबले 235 अंक से पराजित किया.
भारतीय तिकड़ी ने स्वर्ण पदक मैच में डैफने क्विंटेरो, एना सोफिया हर्नांडेज़ जियोन और एंड्रिया बेसेरा की मेक्सिकन टीम को 235-229 से हराकर पोडियम के शीर्ष पर कब्जा जमाया.
क्वालिफिकेशन राउंड के सेमीफाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त भारतीय तिकड़ी ने मौजूदा चैंपियन कोलंबिया को 220-216 से हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया था. इससे पहले, भारतीय महिला कंपाउंड टीम ने पहले दौर में बाई मिलने के बाद क्रमशः क्वार्टर-फाइनल और प्री-क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे और तुर्की को हराया था.
बर्लिन प्रतियोगिता से पहले, भारत ने विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में 9 रजत और 2 कांस्य सहित कुल 11 पदक जीते थे.
साल 2017 और 2021 में रजत और 2019 में कांस्य पदक के बाद, विश्व चैंपियनशिप में कंपाउंड महिला टीम में यह भारत का लगातार चौथा पदक था. ज्योति वेन्नम सभी चार पदक विजेता टीमों का हिस्सा रही हैं.
कंपाउंड पुरुष टीम स्पर्धा में अभिषेक वर्मा, ओजस देवताले और प्रथमेश जावकर नीदरलैंड से 230-235 से हारकर क्वार्टर-फाइनल से बाहर हो गए.
मिश्रित कंपाउंड टीम स्पर्धा में ओजस देवताले और ज्योति सुरेखा वेन्नम को क्वार्टर-फाइनल में यूएसए के हाथों 154-153 से हार का सामना करना पड़ा.
ज्योति सुरेखा वेन्नम, परनीत कौर और अदिति गोपीचंद स्वामी शनिवार को व्यक्तिगत महिला कंपाउंड क्वार्टर-फाइनल में प्रतिस्पर्धा करेंगे, जबकि ओजस देवतले पुरुष वर्ग के शीर्ष आठ में एकमात्र भारतीय हैं.