जामनेर. हिन्दू भूषण श्याम जी महाराज ने आह्वान किया कि आगामी जनगणना में बंजारा, लबाना, नायकड़ा समुदाय, जनजाति, लिंगायत व सभी सनातन धर्मी अपना धर्म हिन्दू धर्म के रूप में दर्ज कराएं. कुछ देश विघातक शक्तियां हिन्दू समाज में विभाजन खड़ा कर देश के टुकड़े करने का षड्यंत्र कर रही हैं. हमें उसके शिकार बने बिना अपनी पहचान हिन्दू ही रखनी चाहिए. वे गोद्री (जि. जलगांव, महाराष्ट्र) में आयोजित अ. भा. हिन्दू गोर बंजारा लबाना नायकड़ा समाज कुंभ के पांचवें दिन (रविवार) धर्मसभा में मार्गदर्शन कर रहे थे.
इस अवसर पर मंच पर अमर लिंगना जी, पू. रायसिंह जी महाराज, पू. यशवंत जी महाराज, पू. नरोत्तम प्रकाश स्वामी जी, भय्याजी जोशी, पू. रामानंदचार्य राजराजेशवराचार्य जी, गोपाल चैतन्य जी महाराज, ह.भ.प. अर्जुन जी महाराज, पू. सिन्द्रराव जी महाराज, पू. कबीरदास जी महाराज, पू. बद्ददु नायक जी, पू. बाबूसिंह जी महाराज, पू. जितेंद्रनाथ जी महाराज व पू. कैलाश जी महाराज उपस्थित थे.
श्याम जी महाराज ने कहा कि हम कितने दिन तक धर्मांतरण की समस्या का रोना रोते रहेंगे. हमारा असली काम कुंभ होने के बाद होगा. सबको अपने गांव व तांडों पर जाने के बाद अपना संगठन करना होगा. अगर हम संगठित हुए तो धर्मांतरण के लिए कोई हमारे गांव आने की हिम्मत नहीं करेगा. इसके लिए धर्म जागरण के साथ मिलकर काम करना होगा. आगामी जनगणना में हम सबको अपना धर्म हिन्दू लिखना चाहिए. आपको हिन्दू न कहलवाने के लिए षड्यंत्र जारी हैं. आप सबको जागृत रहना होगा.
रायसिंह जी महाराज ने कहा कि हम हिन्दू ही हैं. वैदिक समाज, संस्कृति और धर्म की रक्षा करें. यशवंत जी महाराज ने कुंभ का विरोध करने वालों को प्रत्युत्तर देते हुए कहा कि हमें एकत्र आना होगा. हमारी एकता जरूरी है. भारत में बंजारा समुदाय एक साथ आने से कुछ लोगों को पीड़ा हो रही है. नरोत्तम स्वामी जी ने कहा कि बंजारा समुदाय ने अपना धर्म कभी भी नहीं त्यागा था. यह समाज भगवान राम व कृष्ण का सेवक है. हम सब गोसेवा करने वाले हैं. अपने सनातन धर्म पर निष्ठा रखें. हमारे संप्रदाय और पंथ बिखरे हुए हैं, लेकिन हमारे इष्ट समान हैं. हिन्दुत्व का मार्ग न छोड़ें. कर्नाटक के मंत्री प्रतापराव ने कहा कि जो काम हमें करना चाहिए, वह काम धर्म जागरण कर रहा है. तांडों पर जाकर हिन्दू धर्म की जानकारी दें. अपनी संस्कृति और स्वाभिमान का जागरण करें. हिन्दू धर्म की रक्षा करें.
जातियां अनेक, लेकिन धर्म हिन्दू – भय्याजी जोशी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य भय्याजी जोशी ने कहा कि धर्म के मार्ग पर चलने वाला समाज हिन्दू समाज है. अपना समाज जब निद्रा अवस्था में जाता है व अपना कर्तव्य भूल जाता है. तब संत हमें जागृत करते हैं. जागरण की यह प्रक्रिया निरंतर चलती रहनी चाहिए. आज विश्व में कौन, किसके सामने झुकता है, यह सब जानते हैं. शक्ति के सामने सभी झुकते हैं. संगठन के बिना शक्ति नहीं होती. हमें जागृत भी होना है और संगठित भी होना है. पोशाकें भिन्न हों, पूजा पद्धतियां भिन्न हों, लेकिन अंत:करण में हम सब एक यानि हिन्दू ही हैं. एक ही भाव सब में जागृत करना है कि हम सब हिन्दू हैं. हम दुष्ट और हिन्दू विरोधी शक्तियों के विरुद्ध सजग रहें. हम अलग-अलग जातियों से होने के बावजूद हिन्दू हैं. बाहरी ताकतें हमें प्रभावित नहीं कर सकतीं. हमें हमारे हिन्दू धर्म के संत प्रभावित करते हैं.
गोपाल चैतन्य जी महाराज ने कहा कि सकल बंजारा व सकल हिन्दू समाज इस कुंभ में उपस्थित है. संत और सद्गुरू की शरण में जाईये. वे आपको सनातन धर्म की महिमा बता आपका मार्गदर्शन करेंगे. फिर आपका धर्म परिवर्तन करने की ताकत किसी में नहीं है. सनातन धर्म महान और बड़ा है.