इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम छात्रावास को सील कर दिया गया है. पुलिस का दावा है कि उमेश पाल की हत्या की साजिश इसी छात्रावास के कमरा नंबर 36 में रची गई थी. हत्याकांड के आरोपियों में से एक सदाकत नाम का आरोपी इसी कमरे में रहता था, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस के अनुसार, उमेश पाल की हत्या करने के लिए हॉस्टल के कमरा नंबर-36 में साजिश रची गई थी. भारी संख्या में पुलिस फोर्स की मौजूदगी के बीच एक-एक कमरे को सील किया गया. कई कमरों में छात्र रह रहे थे, उनको निकालकर कमरे में ताला लगा दिया गया. छात्रावास में 107 कमरे सील किए गए हैं.
पिछले दिनों प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया था, “हत्याकांड की साजिश मुस्लिम हॉस्टल के कमरे में रची गई थी. वारदात में शामिल साजिशकर्ता सदाकत खान पुत्र शमशाद खान को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. वो गाजीपुर का रहने वाला है और एलएलबी का छात्र बताया जा रहा है, जो कि मुस्लिम हॉस्टल में रह रहा था.”
उमेश पाल को साजिश रचकर मारा गया था. लोगों को डराकर भगाने के लिए बम फेंका गया था. शूटर ने सीसीटीवी कैमरे के दायरे में आने से बचने की भी कोशिश की थी.
4 फरवरी को उमेश पाल प्रयागराज कोर्ट में गवाही देकर घर लौट रहे थे. साथ में दो गनर थे. उमेश पाल इस बात से बेपरवाह थे कि एक गाड़ी उसका पीछा कर रही है. जैसे ही उमेश पाल की कार गली में पहुंचती है और वो कार से नीचे उतरता है. चारों तरफ से गोलियों की बौछार कर दी जाती है. उमेश जान बचाने के लिए गली में दौड़े, तब तक उनके गनर भी हमलावरों को जवाब देने के लिए पलटकर गोली चलाने की कोशिश करते हैं, लेकिन जवाब नाकाफी साबित हुआ.
आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, हत्याकांड का मुख्य आरोपी माफिया डॉन अतीक अहमद है, जिसका तीसरे नंबर का बेटा असद ही उमेश पाल पर फायरिंग करते हुए दिखाई दिया था. शुरुआत में पुलिस असद का नाम नहीं ले रही थी, लेकिन बाद में प्रयागराज पुलिस ने खुलकर कहा कि असद ने ही वारदात को अंजाम दिया. उस पर ढाई लाख रुपये का इनाम भी रखा गया है.