उदयपुर. जनजाति सुरक्षा मंच राजस्थान के आह्वान पर 18 जून को उदयपुर में आहुत हुंकार डीलिस्टिंग महारैली की तैयारियां युद्ध स्तर पर जारी हैं. इसके तहत गुरुवार प्रातः शुभवेला में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गांधी ग्राउण्ड सभा स्थल पर भूमि पूजन किया गया. साथ ही मंच, ध्वनि, प्रकाश आदि व्यवस्थाएं किया जाना शुरू किया गया.
जनजाति सुरक्षा मंच राजस्थान के प्रदेश संयोजक लालूराम कटारा ने बताया कि भूमि पूजन अनुष्ठान में हुंकार डीलिस्टिंग महारैली के संयोजक नारायण गमेती परिवार सहित बैठे और परम्परानुसार हवन किया. जनजाति सुरक्षा मंच के मार्गदर्शक व समाजसेवी भगवान सहाय, जनजाति समाज से भैरूलाल मीणा, हररत्न डामोर, सुगना गरासिया, भावना मीणा, समाजसेवी हेमेंद्र श्रीमाली, जगदीश कुलमी, राधिका लढ़ा, संदीप पानेरी, वीरेंद्र पंचोली, विनोद यादव, भारत भूषण, गणपत लोहार, कपिल चित्तौड़ा, सतीश श्रीमाली, रमेश मूंदड़ा, गोपाल कुमावत आदि उपस्थित थे.
डीलिस्टिंग महारैली में शहर में पांच जगह से रैलियां शुरू होंगी. यह रैलियां नगर निगम, फील्ड क्लब, राजस्थान कृषि महाविद्यालय परिसर, एमबी खेल मैदान व महाकाल मंदिर से शुरू होकर विभिन्न मार्गों से होते हुए गांधी ग्राउण्ड पहुंचेगी. गांधी ग्राउण्ड में जनजाति बंधु अपनी-अपनी पारम्परिक प्रस्तुतियां भी देंगे. इसके बाद विशाल सभा होगी.
भोजन की व्यवस्था भी उदयपुर शहर करेगा. घर-घर से भोजन पैकेट तैयार होंगे. अलग-अलग क्षेत्रों में विभिन्न संगठनों के युवाओं की टोलियां बनाई गई हैं जो यह जिम्मा निभा रही हैं. यही टोलियां 18 जून को भोजन पैकेट एकत्र करने और निर्धारित स्थल तक पहुंचाएंगीं.
डी-लिस्टिंग महारैली जनजाति समाज के हक और उनकी संस्कृति को बचाने के लिए आहुत की जा रही है.