35 से अधिक जाति-बिरादरी के गांव को संत और समाज प्रमुखों ने दिलवाई प्रतिज्ञा
धार. धार का रिंगनोद गांव वैसे ही अपने विशिष्ट कार्यों के लिए प्रसिद्ध है. गांव के लोग कुछ नया कर उदाहरण प्रस्तुत करते रहते हैं. इस वर्ष रिंगनोद में गणेशोत्सव के मंच को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की प्रतिकृति में बनाया गया है और इसी मंच से इस वर्ष सभी ग्रामीणों ने “समरस गांव रिंगनोद” की प्रतिज्ञा ली. गांव में किसी के भी साथ कोई भेदभाव न करने का संकल्प ग्रामीणों ने लिया.
गांव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रयत्नों से एक मंदिर, एक शमशान, एक जलाशय और एक पंगत के सूत्र को अपनाकर रिंगनोद समरस ग्राम हो चुका है. इस गणेशोत्सव के दौरान समरसता और एकता को ओर अधिक पुष्ट करने के लिए ग्रामीणों ने प्रतिज्ञा ली.
इसी के साथ प्रतिवर्षानुसार वर्षभर में उत्कृष्ट कार्य करने वाले ग्रामीणों को “ग्राम गौरव पुरस्कार” से पुरस्कृत किया गया.