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एक-एक व्यक्ति को संगठन से जोड़कर कैसे रखना, ये मदन जी को बखूबी आता था – दत्तात्रेय होसबाले जी - ବିଶ୍ୱ ସମ୍ବାଦ କେନ୍ଦ୍ର ଓଡିଶା

एक-एक व्यक्ति को संगठन से जोड़कर कैसे रखना, ये मदन जी को बखूबी आता था – दत्तात्रेय होसबाले जी

नई दिल्ली. दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सह-सरकार्यवाह एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व संगठन मंत्री स्वर्गीय मदनदास देवी जी की पावन स्मृति में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई. श्रद्धांजलि सभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने कहा कि मदन दास जी की अद्भुत स्मरण शक्ति थी. वो एक संगठन शिल्पकार थे. एक-एक व्यक्ति को संगठन से जोड़कर कैसे रखना है, ये मदन जी को बखूबी आता था. वो सूक्ष्म अवलोकन करते थे, व्यक्ति के चेहरे से, हावभाव से, चलन से व्यक्ति को पहचान लेते थे. पूर्णकालिक कार्यकर्ता वापस जाने के बाद जीवन में कैसे स्थिर होगा, इसकी मदन दास जी हमेशा चिंता करते थे. मदन जी स्नेह भी देते थे, कड़ाई भी करते थे ताकि हम गलत रास्ते पर न जाएं.

दत्तात्रेय होसबाले जी ने कहा कि, “स्व. मदनदास जी के देहांत से असंख्य लोगों को जो वेदना का अनुभव हुआ, उसमें मैं भी हूं. स्व. मदनदास जी मनुष्य निर्माण व संगठन निर्माण के अद्भुत शिल्पकार थे. मदनदास जी मनुष्यों के पारखी थे. मनुष्य का गुण देखना तथा उसको स्नेह देना, प्रेम देना यह हमारा दायित्व है – ऐसी दृष्टि मदनदास जी रखते थे. मेरे जैसे कार्यकर्ता को उन्होंने सिखाया, संगठन के लिए योग्य शास्त्र को विकसित करना, यह मदनदास जी के सहज स्वभाव में था. मदनदास जी मनुष्य व्यवहार के निपुण पारखी थे. मदनदास जी संगठन शिल्पी के रूप में हमेशा स्मृति में रहेंगे. ध्येय निष्ठा के प्रकाश में मदनदास जी आगे बढ़े.”

भाजपा अध्यक्ष जजगत प्रकाश नड्डा जी ने कहा कि मदन दास जी स्वभाव के बड़े ही सरल, सहज व कोमल थे. उन्हें विद्यार्थी परिषद के एक एक कार्यकर्ता की चिंता होती थी. उन्हें व्यक्ति की ताकत को पहचानने की महारथ हासिल थी. प्रवास करना और प्रवास के माध्यम से संबंध को आगे कैसे सींचना है, ये हमने मदन दास जी से सीखा. मदन दास जी के लिए सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनके बताए मार्ग पर चलें.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल जी, अरूण कुमार जी, पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू जी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी, केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जी, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी जी, धर्मेंद्र प्रधान जी, पीयूष गोयल जी, अनुराग ठाकुर जी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान जी सहित अन्य ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए.

श्रद्धेय मदनदास देवी जी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 22 वर्षों तक अखिल भारतीय संगठन मंत्री रहे. उन्होंने संगठन को महत्वपूर्ण शक्ति के रूप में परिवर्तित करने में अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वे आजीवन भारतीयता के विचार व मूल्यों से प्रेरित हो सकारात्मक परिवर्तन निमित्त संकल्पित रहे. गत 24 जुलाई को 81 वर्ष की आयु में श्रद्धेय मदनदास देवी जी का निधन बंगलुरु में हो गया था.

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